✍️ रिपोर्ट: Ajay Mishra
🔍 मुख्य बातें:
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Tata Capital, NSE, और NSDL जैसे दिग्गजों के अनलिस्टेड शेयरों में अचानक गिरावट
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निवेशक IPO से पहले मुनाफा वसूली की होड़ में
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Grey Market Price (GMP) में ₹200–₹400 तक की गिरावट
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बाजार विशेषज्ञ बोले — "Pre-IPO शेयरों में यह अस्थायी करेक्शन है"
📊 क्या हो रहा है बाजार में?
भारतीय प्राइमरी मार्केट में एक बड़ा ट्रेंड देखने को मिल रहा है: जिन कंपनियों के IPO जल्द आने की संभावना है, उनके अनलिस्टेड शेयरों (Unlisted Shares) में अचानक तेज़ बिकवाली हो रही है।
विशेष रूप से जिन कंपनियों में यह गिरावट दिखी है:
कंपनी | पिछला GMP | मौजूदा GMP | गिरावट (%) |
---|---|---|---|
Tata Capital | ₹850 | ₹620 | -27% |
NSE (National Stock Exchange) | ₹4600 | ₹4150 | -10% |
NSDL (National Securities Depository Ltd.) | ₹320 | ₹265 | -17% |
📈 क्यों हो रही है बिकवाली?
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IPO से पहले मुनाफावसूली:
जैसे ही कोई कंपनी IPO लाने के करीब आती है, Grey Market में निवेशक अपने शेयर ऊंचे रेट पर बेचने की कोशिश करते हैं। पर जब सब बेचने लगते हैं, तो कीमत गिरती है। -
SEBI के नए दिशानिर्देश:
हाल ही में SEBI ने अनलिस्टेड मार्केट में पारदर्शिता बढ़ाने और वेरिफाइड ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को प्राथमिकता देने की बात कही है, जिससे छोटे निवेशक सतर्क हो गए हैं। -
मार्केट सेंटिमेंट:
Indian Stock Market में Nifty और Sensex में भी हाल के दिनों में करेक्शन आया है, जिससे जोखिमभरे निवेश से बचने की मानसिकता बढ़ी है।
📉 विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
"यह गिरावट स्थायी नहीं है। IPO के बाद लिस्टिंग लाभ के अवसर अभी भी मौजूद हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म के लिए सोचें, न कि केवल Grey Market के लिए।"
— राकेश जैन, Unlisted Arena Analyst
"Tata Capital और NSE जैसे ब्रांड मजबूत हैं। यह गिरावट केवल sentiment-driven correction है।"
— Megha Kapoor, ICICI Securities
🧠 निवेशकों के लिए सलाह
✅ केवल Grey Market Price के आधार पर निर्णय न लें
✅ कंपनी के फंडामेंटल देखें (Profit, Revenue, ROE, Future Growth)
✅ Unlisted Market में निवेश करते समय हमेशा registered intermediary से डील करें
✅ IPO के समय तक वेट करें—Allotment के बाद भी Listing Gains संभव है
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