"अब बैटरी चार्ज नहीं, 'चीयर्स' करती है!"
अहमदाबाद अपराध शाखा (Crime Branch) ने बैटरी कवर के अंदर छिपाकर लाई गई लग्ज़री शराब की 180 से 550 बोतलें जब्त की हैं। ये छिपने की तकनीक बेहद चौंकाने वाली थी—शराब को बैटरी के बनाए गए खाली हिस्से में छिपाया गया था, जिससे स smuggling पर पर्दा हटता है
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अनुमानित राशि ₹2.94 लाख से ₹7.5 लाख तक हो सकती है, बैच के साइज के आधार पर (180 से 550 बोतलें)
क्यों ये ख़ास मामला है?
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गुजरात राज्य में शराब पूरी तरह ड्राई स्टेट होने के चलते (IMFL पर पूर्ण प्रतिबंध) ऐसे मामले तेजी से सामने आ रहे हैं।
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2024 में गुजरात पुलिस ने लगभग 82 लाख शराब की बोतलें जब्त कीं और अहमदाबाद इलाके में अकेले 4.38 लाख बोतलें बरामद हुईं
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गुजरात पुलिस की इस कार्रवाई से साफ़ संदेश जाता है कि स्मगलिंग में कोई रियायत नहीं रहेगी, चाहे तकनीक कितनी भी हाईटेक क्यों न हो ।
हाल की स्थानीय कार्रवाई
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पलडी (Paldi) इलाके से भी अब तक कुल 550 बोतल शराब जब्त की गई—करीब ₹7.5 लाख मूल्य
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एक अन्य वारदात में बैटरी कवरों में छिपाकर करीब ₹3 लाख की शराब जब्त की गई थी ।
प्रभाव और पुढ़े क्या हो सकता है
पहलू | विवरण |
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विधि-प्रवर्तन | पुलिस जांच और सज़ा की कार्रवाई तेज़ हुई है |
स्मगलिंग की रणनीति | बैटरी जैसे रोजमर्रा के सामान में छिपाना रोचक लेकिन गैरकानूनी है |
सामाजिक संदेश | गुजरात सरकार स्पष्ट: ड्रग्स/शराब पर कोई रियायत नहीं |
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अहमदाबाद पुलिस ने बैटरी केसों से 150–550 शराब की बोतलें जब्त कर लीं, जिनकी कीमत ₹2.94 लाख से ₹7.5 लाख बीच है।
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यह मामला ड्राई स्टेट में शराब की तकनीकी गुप्त तरीके से आपूर्ति की होशियार नहीं दिमागचाल तेज रणनीति को उजागर करता है।
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पुलिस की निरंतर कार्रवाई इस बात को रेखांकित करती है: गुजरात में शराब तस्करी के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति जारी है।
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