सावन 2025: चार सोमवार और सात शुभ योग – शिव भक्ति का सबसे बड़ा संयोग

 सावन का महीना हिन्दू धर्म में विशेष धार्मिक, आध्यात्मिक और ज्योतिषीय महत्व रखता है। वर्ष 2025 का सावन कुछ खास है क्योंकि 72 साल बाद एक दुर्लभ ज्योतिषीय संयोग बन रहा है, जिसमें शनि और बुध ग्रह अपनी चाल बदल रहे हैं और साथ ही चार सोमवार और सात शुभ योग बन रहे हैं, जो इसे और भी पावन और सिद्ध बना देते हैं।



🌕 क्या है इस बार सावन का विशेष योग?

  • इस बार सावन में चार सोमवार (21 जुलाई, 28 जुलाई, 4 अगस्त और 11 अगस्त) पड़ रहे हैं।

  • इस दौरान सात योग बन रहे हैं – इनमें अमृत सिद्धि योग, रवि योग, शुभ योग और सिद्धि योग जैसे अत्यंत शुभ संयोग शामिल हैं।

  • 14 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है, और इसी दिन गजानन संकष्टी चतुर्थी भी है, जिससे यह दिन और भी पुण्यदायक हो गया है।

  • इस बार सावन में दो ग्रह – शनि और बुध – अपनी चाल बदल रहे हैं, जो धर्म और ज्योतिष की दृष्टि से विशेष माने जाते हैं।

🔱 धार्मिक महत्व: भगवान शिव को समर्पित माह

सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को समर्पित होता है। इस पूरे माह में भक्त सोमवार का व्रत रखते हैं, शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं, और शिव के विभिन्न मंत्रों का जाप करते हैं।

  • गंगा जल, बिल्वपत्र, धतूरा, और भस्म जैसी चीजों से भगवान शिव का पूजन करना अत्यंत शुभ माना जाता है।

  • मान्यता है कि इस माह में की गई पूजा से कष्टों का नाश, विवाह में आने वाली बाधाएं दूर, और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।


🪐 ज्योतिषीय दृष्टिकोण: ग्रहों की स्थिति और योग

  • इस बार शनि और बुध ग्रह की स्थिति में बदलाव हो रहा है, जिससे फलदायी और सिद्ध संयोग बन रहे हैं।

  • इन ग्रहों के प्रभाव से भक्तों को सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य लाभ और मानसिक शांति मिलने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

  • अमृत सिद्धि योग में की गई पूजा और व्रत विशेष रूप से फलदायी मानी जाती है।


🎉 त्योहार और उपवास की तिथियाँ

  • 14 जुलाई 2025: सावन का पहला सोमवार व साथ ही गजानन संकष्टी चतुर्थी

  • 21, 28 जुलाई व 4, 11 अगस्त: चारों सोमवार विशेष व्रत और जलाभिषेक के लिए पावन दिन

  • 15 जुलाई से 22 अगस्त: पूरे सावन माह की अवधि


🛕 श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम

ज्योतिषाचार्यों और धर्मशास्त्रों के अनुसार, इस बार सावन का हर दिन किसी न किसी विशेष योग या तिथि के साथ जुड़ा है, जिससे पूरे माह का वातावरण आध्यात्मिक उर्जा से परिपूर्ण रहेगा। मंदिरों को आकर्षक लाइटों से सजाया जा रहा है, और ग्रामीण से लेकर शहरी क्षेत्रों तक भक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है।

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