बिहार की पवित्र भूमि पर स्थित अहल्या स्थान अब जल्द ही एक नए रूप में दिखाई देगा। दरभंगा के डीएम कौशल कुमार ने हाल ही में अहल्या स्थान का दौरा किया और इसके समग्र विकास के लिए योजनाओं की समीक्षा की
डीएम ने गहवर सहित मंदिर परिसर का दौरा किया और पारंपरिक रूप से पूजा-अर्चना भी की।
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ट्रस्ट कमेटी ने उन्हें पूजा के बाद पारंपरिक “पाग और चादर” से सम्मानित किया।
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अहल्या स्थान को एक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए ज़ोर दिया गया है।
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जर्जर मंदिरों की मरम्मत, स्वच्छता, भव्य प्रवेश द्वार, पार्किंग, और अन्य मूलभूत सुविधाओं को भी प्रस्ताव में शामिल किया गया है।
💬 बजट और योजना:
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कुल 14 प्रस्तावित कार्य, जिनमें ₹99 लाख 84 हज़ार का व्यय अनुमानित।
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कला, संस्कृति एवं युवा विभाग और बिहार सरकार के पर्यटन विभाग की संयुक्त योजना के अंतर्गत तेजी से क्रियान्वयन की बात कही गई।
🧠 महत्त्व क्यों?
अहल्या स्थान केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि रामायण काल से जुड़ा एक ऐतिहासिक प्रतीक भी है। इस स्थान के विकास से:
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स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा
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धार्मिक पर्यटन को बल मिलेगा
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आने वाली पीढ़ियों को भारतीय संस्कृति से जुड़ने का अवसर मिलेगा
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